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Monday, November 12, 2012

मेरा उपहार


             रात्रि बारह बजे से ही जन्मदिन के बधाइयाँ कोई सन्देश से तो कोई कॉल करके दे रहा है | सबसे पहली शुभेच्छा उसकी ही थी जिसका पिछले छः सालों से पहला होता है | कुछ लोग उपहार स्वरुप कुछ दिए |
फिर यूँ ही बैठा था तो किसी ने  कहा आज के दिन का सबसे अच्छा उपहांर तुम्हारे लिए कौन सा होगा तो हमने कहा आज बिना किसी प्रकार का नुकसान किये हुए दीपवाली मना ले और इस पर्यावरण को प्रदूषण से बचा ले यहीं हमारे लिये सबसे अच्छा उपहार होगा |  सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं .........

Monday, November 5, 2012

जिंदगी बनाम तमाशा


       जिंदगी आपकी की है आपका पूरा अधिकार है कि आप इसे कैसे भी जिये | महापुरुषों ने जिंदगी के जीने के कुछ तरीके बताये हैं अगर उस तरह से आप जीते हैं तो वह जिंदगी कही जायेगी | आप अपने बनाये हुए वजूदों के साथ भी जी सकते हैं लेकिन आपके उन वजूदों से किसी को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए | अगर इनके शिवा किसी और तरीके से आप जिंदगी जीते हैं तो तमाशा शब्द मैंने आपके लिए ही लिखा है ऐसा समझ लीजिए |

       अपनी कुछ आदतें बदलने की कई बार सोचा लेकिन हर बार बदलने में असफल ही रहता हूँ | शक्ल से तो इतना सीधा नहीं लगता हूँ जितना हूँ , फिलहाल ये ऊपर वाली की गलती है | बातें किसी और की होती हैं और परेशान मै हो जाता हूँ क्यूँ हो जाता हूँ यह बात हमे भी नहीं समझ में आती हैं | एक बहुत पुरानी कहावत है कि दूध से जली बिल्ली मट्ठे को भी फूंक के पीती है | इससे यहीं लगता है कि एक बार धोखा खाना जरूरी होता है | जब एक बार कोई धोखा खा जाता है तो वह सुधर जाता है | ऐसा भी तो हो सकता है कि धोखा कुछ इस तरीके का हो कि वो आपको दुबारा गलती करने का मौक़ा ही ना दे | वैसे ये बातें बडे बुजुर्गों कि  है तो इसे मै मानने से इनकार नहीं कर रहा हूँ | अगर कोई झूठे ही कह दे कौआ आपका कान लेकर उड़ गया तो आप अपना कान देखे बिना कौए की तरफ दौड पड़े तो ये बुद्धिमानी थोड़ी है | मेरा कहने का मतलब यहीं है कि विश्वास हर चीज में करो लेकिन उससे पूर्ण संतुष्ट होने के बाद |

       जिंदगी तमाशा तब बन जाती है जब उसमे कुछ अनहोनी हो जाती है और जिंदगी को तमाशा बनाने में हाथ भी आपका ही होता है | प्यार मोहब्बत से मै नफरत नहीं करता हूँ | मै अपनी नजर में प्यार को हमेशा ऊँचा दर्जा दिया हूँ और देता था और देता भी रहूँगा | कलियुगी प्यार मोहब्बत को मै अनमुति नहीं देता हूँ | कलियुगी प्यार मोहब्बत में क्या क्या आता है जरा वो भी सुन लीजिए अवैध पति पत्नी जो कि अक्सर पढाई के दौरान केवल लोग मनोरंजन के तौर पर बन जाते हैं | जिन्हें अक्सर कॉलेजों में बोयफ़्रेंड और गर्लफ्रेंड के नाम से जाना जाता है | वैसे इन अवैध पति पत्नी में बडी जल्दी ही बात व्यवहार बन जाते है | उनके व्यवहार के आगे जो माता पिता उन्हें जन्म से पाले होते हैं उनका व्यवहार हल्का पड़ जाता है | यह उनके द्वारा अपने साथ किया हुआ सबसे बड़ा धोखा होता है | यह ऐसा धोखा है जो ना तो सुधरने का मौक़ा देता है और ना ही दुबारा आपको अपनी जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने का ही मौक़ा देता है | इस धोखा में पहली बार जलने और दुबारा फूंक कर पीने जैसी कोई बात ही नहीं आती है |

       अगर कोई उनसे पूछ ले कि उसमे आपको इतना भरोसा क्यूँ है तो जवाब कितना मनोरंजनात्म्क होता है कि वो मेरे लिए कुछ भी कर सकता है मेरा बहुत ख्याल रखता है | अगर वहीँ तुरंत एक बार यह पूंछ लो कि जो बचपन से आज तक तुम्हार ख्याल रखा यह विश्वास करके के तुम उसकी भी इज्जत बेइज्जत का कुछ ख्याल रखोगे उसका भरोसा तो तोडने में तुम्हे समय लगा ही नहीं तो चार पल में बना भरोसा कब तक नहीं टूटेगा | अगर उनसे पूंछ लो घर पर सब जानते हैं तो बहुत तेजी से जवाब आता है हाँ हाँ हाँ मैंने सबसे पहले मम्मी से बताया था फिर पापा से बताया लेकिन इतना ही बताया है कि मेरी सिर्फ बात होती है और इसके बाद जब भाई को ये बातें पता चली तो उसने कहा कि तुम लोग अपना आगे की बात कर लो मम्मी पापा को मै मना लूंगा | भाई भाई और भाई बहन जैसे पवित्र रिश्ते को अपवित्र करने में ज़रा भी समय जब उन्हें नहीं लगा तो जो पहले से ही अपवित्र हो उसे अपवित्र करने में कितना समय लगेगा |

       वैसे इस कलियुगी प्यार के कुछ विशेष लक्षण भी है सबसे पहला तो यह कि यह सफल तभी है जब आप चौबीस घंटा मोबाइल से बात करने में सक्षम हो अगर नहीं हैं तो सफलता एक भी प्रतिशत आपको छु नहीं सकती | इस प्यार का एक लक्षण और होता है जिस काम को करने के लिए माँ बाप उन्हें भेजते हैं वो भूल जाते है क्यूंकि उन्हें तो उनकी जिंदगी चलाने वाले मिल जाते हैं | माँ बाप के साथ धोखा करने मे वैसे इन्हें बड़ा मजा आता है लेकिन जब इनके साथ हो जाएगा तो सारा मजा भूल जाएगा |

       मैंने ही ऊपर कहा है कि दूध से जली बिल्ली मट्ठे को भी फूंक कर पीती है लेकिन इस कलियुगी प्यार मोहब्बत में सच में यह कहावत सिर्फ और सिर्फ कहानी के लिए है | अगर एक के साथ धोखा हो जाता है तो दूसरा मिलते ही फिर उसके साथ भी यहीं नौटंकीबाजी होती है | अगर दूसरे वाले के लिए कोई पूछ ले तो हाय रे दादा तुमने उसके बारे में शक कैसे किया वह पहले वाले से बहुत ज्यादा अच्छा है चौब्बीस घंटे मुझसे बात करता रहता है | अब मै उसके बिना जी ही नही सकती या सकता | उसने मेरे लिए बहुत कुछ किया लेकिन आज तक मैंने उसके लिए कुछ भी नहीं किया फिर वह मेरा हर काम करने के लिए तैयार रहता है | वैसे मैंने कभी एक टिपण्णी की थी किसी बात पर आज वो यहाँ पर फिर से लिख देता हूँ लेकिन उसका इस बात से कोई खास मकसद नहीं है | पहले धर्मपत्नी होती थी लेकिन अब धर्मपति होते है | पत्नी जी बाजार जाए तो पति जी सब्जी ढोने के लिए जाय | पत्नी जी मायका जाय तो पति जी कुली बनकर सामान पहुचाने जाय | बच्चे तक को संभालाना पति जी का काम हो गया है | मम्मी पापा जानते हैं ? सवाल का जवाब इसको तो मम्मी पापा जानते ही नहीं जब दूसरे के साथ व्यवहार बिगडा तो मम्मी पापा ने ही इससे चक्कर चलवाया | भाई कुछ नाराज था लेकिन मम्मी पापा के आगे उसकी कहाँ चली | इसके साथ तो कभी कुछ हो नही सकता मेरा बहुत ख्याल रखता है | मम्मी पापा को भी बड़े आसानी से नाप दिया |

       वैसे जो कल उनके साथ था वो भी बड़ा अच्छा था आज जो है वो भी बड़ा अच्छा है | एक बात मुझे यह नहीं समझ में आती कि उन्होंने कल गलत फैसला लिया था या आज ले रहे हैं | वैसे कल का फैसला तो गलत था क्यूंकि उसमे वो धोखा खा गए | इसके वावजूद वो आज भी कुछ इसी तरीके का फैसला ले रहे हैं | इससे तो यहीं लग रहा है कि बिल्ली जली तो पर दुबारा मट्ठे को क्या उसने दूध को फिर से बिना फूके ही पीना शुरू कर दिया तो जलेगी तो है ही | वैसे मै भगवान से एक दुआ भी करता हूँ ऐसे लोगों के लिए जो माँ बाप की इज्जत को अपने आगे नहीं समझते हैं उन्हें जलना भी चाहिए |

       इस कलियुगी प्यार मोहब्बत में हुई कुछ घटनाओं को आपके सामने लाता हूँ जो कि सच्चाई है | दोस्त इसे दूर करने की कोशिश करना हमारे आपके लिए हो सकता हो यह कहानी हो लेकिन उनसे पूछना जिन पर यह गुज़री होगी |
लड़कियों के साथ :-
१ – लड़की घरवालों से बिना बताए किसी लड़के के साथ भाग गयी कुछ दिन बाद जब वह दो बच्चों की माँ हो गयी तो वह उसे उस लडकी के गांव के नजदीक स्टेशन पर लेकर उतरा और यह कहा कि तुम यहीं रुको मै पानी लेकर आ रहा हूँ और आज तक नहीं आया | पुलिस के पूछताछ के बाद उसने ये बताया कि यहाँ मेरा मायका है और मेरे पति जी पानी लाने गए और अभी तक आये नहीं | घर वालों तक पुलिस ने सूचना पहुचाई | लडकी के पिता जी कुछ गांव वालों के साथ आये | गांव वाले उसे पहचान रहे थे लेकिन लडकी के पिटा जी ने उसे पहचानने से मना कर दिया | लडकी रोती रही और कहती रही कि पिता जी मुझसे गलती हो गयी | पिता जी यह कहकर चले गए कि गलती तुमसे नहीं हमसे हो गयी थी | घटना सच्ची घटना है इस घटना को देखने के चक्कर में मैंने वाराणसी से एक स्टेशन पहले अपनी ट्रेन छोडकर बस से वाराणसी गया था |
२ – लड़का लड़की को भगाकर ले गया और शारीरिक संबंध बनाकर उसको उसके गर्भ में पल रहे है बच्चे के साथ किराए के मकान में छोड़कर भाग गया | कुछ दिन बाद लड़के को पुलिस की मदद से पकड़ा गया और लडके ने किसी भी प्रकार का रिश्ता ना होने की बात कहकर पलडा झाड लिया | इस समय भी घर वालों ने पहचानने से मना कर दिया था |
३ – एक घटना से और जोडता हूँ जिसे मै धोखा नहीं कहूँगा लेकिन लडकी का फैसला गलत था यह कहूँगा | लड़के लड़की अवैध पति पत्नी बन गए | लड़का कुछ दुष्ट प्रकृति का था | बहुत लोगों से उसकी दुश्मनी होती है | कुछ दिन में उसके दुश्मन उसे मार देते हैं और लडकी को उठाकर ले जाकर लडकी के मायके वालों को ब्लैकमेल करने की कोशिश करते हैं लेकिन असफल रहते हैं बाद मे लड़की के साथ दुराचार करके उसे निर्वस्त्र और बेहोश करके उसके मायके वालों के दरवाजे पर छोड़ जाते हैं |

लड़ाकों के साथ :-
१ – कॉलेज में एक लडकी ने एक लड़के को अपने बस में किया फिर उसे अपने कमरे में ले जाकर वहाँ तीन लड़कियों ने मिलकर उसके लड़के के साथ उलटा सीधा किया | बाद में जब लड़के ने कहा कि मै इस बात कि शिकायत करूँगा तो लड़कियों ने उसकी गर्दन रेतकर घर की पीछे वाले नाले में फेक दिया था

२ – लड़के लड़की साथ साथ नदी के पुल पर टहलने गए बाद में पुल के किनारे बैठकर बात करने लगे | लडकी ने मोबाइल देखने के लिए मांगा और दिमाग में पता नहीं क्या आया लड़के को नदी में धक्का देकर वहाँ से चली गयी | इस घटना के बारे में इससे ज्यादा जानकारी हमे नहीं है क्यूंकि मै वहाँ से एक घंटे बाद ही अपने गंतव्य को रवाना हो गया था |

३ – एक लड़का और एक लड़की दोनों एक दूसरे से रिश्ते में थे | एक दिन लड़के का किसी दूसरे लड़के से विवाद हुआ तो उसने अपने साथ वाली लड़की से उस लड़के को वश में करने को कहा | लड़की ने ऐसा कर के उसे एक दिन मिलने के लिए बुलाया वहाँ पर उसे मार दिया गया |

       ये ऐसी घटनाएं है जिसे सुनने के बाद सच में रोंगटे खड़े हो जाते हैं | रेडियो पर बहुत पहले एक कोई कार्यक्रम आता था जिसमे वह आपके सवालों का जवाब देता था | वैसे आता अभी भी है क्यूंकि जब मै परेशान होता हूँ  तो मुझे उस सुनकर उस पर हँसने में बड़ा मजा आता है | इससे मेरा फ़ायदा हो जाता है मेरा दुःख दूर कितने अजीब अजीब से सवाल वैसे वो जवाब भी बड़े अच्छे देता है तो उसे सुनकर और मजा आता है | मुझे यह सुनकर अपना कष्ट भूलने में बड़ी मदद मिलती है |

       ऐसी स्तिथि में ज्यादा लडकियां ही होती हैं | एक का सवाल जवाब मै आपको बताता हूँ |
फोन की घंटी बज  रही है फोन उठता है .
हेल्लो , हाँ जी कौन ?
हाँ जी मै वाराणसी से प्रिया बोल रही हूँ |
हाँ प्रिया जी बोलिए आप क्या बोलना चाहती हैं ?
सर मेरे साथ एक बहुत बडी समस्या है |
हाँ हाँ बोलिये आपको क्या समस्या है ?
सर एक दिन मै घर से बाहर परीक्षा देने के लियी जा रही थी तभी वहाँ मेरी एक लड़के से मुलाक़ात हुई ...
बात को बीच में ही काटकर वो बोलता है तब मुझे पता है आपके साथ क्या क्या हुआ अब बताने की जरुरत नही हैं मै बताता हूँ आपको उसने आपसे प्यार का इजहार किया आपने मान लिया फिर वो और आप मिले आप दोनों के बीच में कुछ कुछ हुआ इसके बाद अब वो आपसे बात नहीं करना चाहता है और आप उससे बात करना चाहती है यहीं है ना ?
हाँ सर
तो बेटा ऐसी स्तिथि में अब यहीं संभव है तुम उसे भूल जाओ क्यूंकि कुछ कुछ हो जाने के बाद कोई वापस नहीं आता है और हाँ अब आप अपनी जिंदगी नए तरीके से जीना शुरू कर दो |
( इत्तफाक से जो नाम इसमें प्रयोग किया गया है वो मेरे किसी दोस्त का नाम है मैंने उनकी बात चीत को ज्यों का त्यों ही लिखा है | नाम लिख देने के बाद मुझे ध्यान आया लेकिन लिख चुका हूँ तो जाने देता हूँ )

       इतना मजाक भरा जवाब पाने के बाद वह क्या सोची होगी ? दोस्त एक बार लड़कों के साथ इन सब स्तिथतियों में थोड़ा कम समस्या होती है लेकिन लडकी होने पर दोस्त समस्या का अम्बार लग जाता है | इसके वावजूद भी लडकियां वो सारे हद पहले पार करके अपनी जिंदगी को तमाशा बना लेती है जिन्हें लड़के करने की सोचते तक नहीं |

       एक बार सलाह के तौर पर कहना चाहूंगा जब तक माँ बाप आपको अपनी जिंदगी जीनी का अधिकार नहीं देते हैं तब तक आप उसे जीने की कोशिश ना कीजिये | जब माँ बाप आपकी शादी कर देते है तो आपको वो अधिकार मिल जाते हैं | मै ऐसा नहीं कह रहा हूँ कि उनका हर फैसला आपके लिए सही ही होगा | अगर वो गलत होता हो तो आपको उनकी मदद तो मिलेगी नहीं तो ऊपर के लोगों की तरह कोई मदद के लिए  ही नहीं आयेगातो आप क्या कर सकते हैं वो चाहे लडका हो या लड़की | लड़किया घर की इजत होती हैं इसलिए उन्हें इन सब चीजों से बचना चाहिए |

       इस लेख को मैंने केवल सुझाव के तौर पर लिखाहै बाकी इस लेख का कोई मकसद नहीं है जिंदगी आपकी है चाहे तमाशा बनाओ चाहे इज्जत से जी लो |

Friday, November 2, 2012

टीचर हैं या फटीचर


        सर्वप्रथम मै सभी टीचर बंधुओं से इस लेख के लिए माफी मांगता हूँ | अपनी कलम के माध्यम से किसी कि बेइज्जती करना मेरा मकसद नहीं है | आप से मेरी एक विनती है कि आप लेख के शीर्षक के बारे में विचार कीजिये और लेख को पूरी तरह से पढ़े इसके बाद मन में कोई ख्याल लाइये तो शायद मै अपने मकसद में सफल हो पाऊ | किसी टीचर से अगर ये फटीचरपन मिल जाते हैं तो उनसे विशेष रूप से क्षमा चाहता हूँ और ऐसे किसी भी व्यक्ति की किसी टीका टिप्पणी का कोई खास असर हम पर नहीं पडने वाला है |

       सबसे पहले अपना संक्षिप्त विवरण देना चाहता हूँ | आने वाली दीपावली को हिन्दी महीने के हिसाब से इक्कीसवीं साल में प्रवेश कर जाऊंगा | वर्तमान समय में इंजीनियरिंग का छात्र हूँ | देश दुनिया को बहुत तो नहीं समझ पाया हूँ लेकिन जितना देखा सुना उससे बहुत ज्यादा संतुष्ट नहीं हूँ | बचपन में दादा और दादी जी जब कहानी सुनाते थे तो दुनिया को देखने की बड़ी इच्छा होती थी लेकिन वो सब कहानी थी इस बात की समझ तब नहीं थी | वर्तमान में दुनिया देखने की तो इच्छा नहीं होती हैं लेकिन अपनी जिम्मेदारी समझकर अपने कर्तव्य को आज भी मन से निभा रहा हूँ | हमेशा प्यार मोहब्बत की बातें लिखने की आदत है ऐसे में मुझे किसी गंभीर विषय पर लेख लिखने में बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है | फिलहाल परिस्थितियों के अनुसार अपने आपको बदलते रहना चाहिए |  समस्याएं बहुत सी हैं लेकिन एक समस्या से अवगत कराता हूँ |

       टीचर हिंदी भाषा में बोले तो शिक्षक और अगर हम अपनी भाषा में बोले तो गुरु | गुरु शब्द का मतलब होता है अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाने वाला | अगर गुरु ही अन्धकार में हो तो चेलों का क्या होगा ? वैसे मै इन कलियुगी हब्शी राक्षसों के लिए गुरु शब्द का प्रयोग करके उसे अपवित्र नहीं करना चाहूँता हूँ |

       मै आज के युवा शिक्षक के बारे में बात कर रहा हूँ जो कि अपनी मान मर्यादा खो बैठे हैं | वैसे पढ़ाना लिखाना इनके वजूद से बहुत दूर है | कभी कभी ये सोचता हूँ कि क्या इनके शिक्षक ने भी इनके साथ यहीं किया है जो ये हमारे साथ कर रहे हैं | कभी मैंने सुना था कि क्लास में सिटीबाजी करने बच्चे आते हैं लेकिन ठीक उल्टा चल रहा है आज के कॉलेजों में | आज कॉलेजों में बच्चे नहीं टीचर सिटीबाजी करने के लिए आते हैं | यकीन करने वालों की संख्या हो सकती है कम हो | कुछ लोगों के दिमाग में यह बात उठ रही होगी कि हमे कैसे पता तो शंका समाधान कर ही लीजिए , अभी नहीं करेंगे तो का जब कालेज लाइफ गुजर जायेगी त करेंगे हमारा तो अभी उम्र समय ही खेलने खाने का है |

       अभिभावक अपने बच्चों को कॉलेजों में उन्हें अपना करियर बनाने के लिए भेजते हैं न कि करियर बिगाडने के लिए | अगर उनको उनके करियर को लेकर उन्हें कोई ब्लैकमेल करे तो शायद उन्हें कर सकता है क्यूंकि उनका मेन मकसद ही वहीँ होता है | वैसे ब्लैकमेल का मतलब ही होता है गलत तरीके से अपना मतलब निकालना | हद तो तब हो जाती है जब टीचर छिछोरापन्थी पर उतर आता है | छिछोरापन्थी किसे कहते हैं शायद सब समझ ही रहे होंगे फिर भी हिंट के तौर पर आप सभी को बता दूँ कि आज के समय में कॉलेजों में हमारे बच्चे सुरक्षित नहीं है खास करके लड़कियाँ |

       आपके सामने उनके ब्लैकमेल करने के कुछ तरीकों को बताता हूँ | कोई प्रोजेक्ट हेड बनकर ब्लैकमेल कर रहा है तो कोई बच्चों को इंटरनल मार्क्स की धमकी देकर | कोई कहता है कि मै तुम्हारा प्रोजेक्ट प्रिपयेर करवा दूंगा तो कोई कुछ कहकर | वैसे इन छिछोरों की सारी सहानुभूति लड़कियों के साथ ही होती है | ऐसी स्थिति में दो ही बातें संभव है या तो वो मानते हैं कि लड़कों को सब कुछ आता है और लड़कियों को कुछ भी नहीं या वो लड़कियों में ज्यादा इंटरेस्ट रखते हैं और लड़कों में कम | वैसे एक बात यह भी हो सकती है कि वो भी रिजर्वेशन के रूल्स एंड रेगुलेशन फालो करते हो |

       वैसे अगर कोई कॉलेज आता है तो केवल सीखने की इच्छा से आता है अगर उसे सब कुछ आता ही होता तो वो आता क्यूँ? वो चाहे लड़का हो या लड़की यह दोनों ही कंडीशन मे वैलिड है | तब वो ऐसा क्यूँ करते है यह बात समझ में नहीं आती है | फिलहाल ऐसी स्थिति में मै ऐसे टीचरों को फटीचर कहने के सिवा और कुछ कह ही नहीं सकता हूँ |

       समाप्ति से पहले एक बार फिर माफी चाहता हूँ उनसे जिसे ये पढकर बुरा लगा |

                                                                        धन्यवाद 

Friday, October 26, 2012

प्रथम लेख

        यूँ ही बैठा कुछ लिखने की सोच रहा था तभी अचानक मेरे एक जिगरी यार की कॉल हमारे पास आती है मेरी उनसे बात होती है | उनसे हमारी बात क्या हुई यह तो मै नही बताऊंगा लेकिन उनसे बात करने के बाद मुझे मेरे लेख लिखने का मुद्दा मिल गया जो कि आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ और साथ ही साथ अपने उस यार को धन्यवाद भी देता हूँ...........

        कल जिन आँखों में आपने मोहब्बत देखी थी आज उन्ही आँखों में नफरत देख कर आप उन आँखों को गाली क्यूँ देते हो ? कल आपको उनसे बहुत प्यार था और उन्हें भी आपसे लेकिन आज इतनी नफरत क्यूँ ?
क्या कल आपकी नज़रों ने धोखा खाया था ? क्या कल आपने कोई गलत फैसला लिया था ?

       अगर हाँ तो मोहब्बत के आशियाने के बासिदों को कहता हूँ कि वो अभी बच्चे है और प्यार मोहब्बत बच्चों का खेल नहीं है जो कि गिल्ली डंडे की तरह खेला जा सके | ऐसा केवल गिल्ली डंडे की स्थिति में संभव है कि गिल्ली या डंडा में से कोई एक टूट जाये तो दूसरा ले लो | प्यार मोहब्बत इन चीजों को इजाजत नहीं देता | मेरा बहुत सीधा सा तर्क है मोहब्बत के आशियाने के बासिंदों से कल जब आप उनके साथ वक्त गुजार रहे थे तो क्या आपको तब वो कमियां नहीं दिखाई दी थी जो आज आप उनसे दूर होने पर देख रहे हैं या आपसे दूर होते ही उनमे वो कमियां आ गयी ? अगर नहीं तो गलती आपकी है |

        अगर नहीं तो मोहब्बत के आशियाने के बासिदों को कहता हूँ कि अपनी इज्जत बचाना सीख लो | अपने ही फैसले से मुकरना वह भी वो फैसला जिसे आपने अपने लिए  लिया था  कितनी बड़ी बेइज्जती वाली बात होती है शायद इसका अंदाजा सभी को होगा | दूसरे भी आप पर विश्वास करना छोड़ देंगे क्यूंकि जब अपने लिए तो आप सही से कुछ कर नहीं पा रहे हैं तो भला आप दूसरे के लिए कुछ करेंगे इस बात की उम्मीद कोई कैसे करेगा ?

       दोस्त आज मोहब्बत की परिभाषा बदल चुकी है इसके कारण मोहब्बत के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहूँगा लेकिन एक बात जरूर कहूँगा "मोहब्बत अगर गुनाह है और मोहब्बत करने की कोई सजा है तो  उस सजा का पहला हकदार हर वो व्यक्ति है जिसके अंदर इंसानियत नाम की चीज है" क्यूंकि मोहब्बत मैंने तो क्या इस दुनिया का हर वो व्यक्ति किया है  जिसके अंदर थोडा भी इंसानियत ज़िंदा है  |